एक ईसाई आदमी द्वारा मोहित एक अरब नौकरानी ने अपनी अंतरंग मुठभेड़ के दौरान अपना हिजाब बरकरार रखा। वह उनके भावुक, वर्जित संभोग से पहले उत्सुकता से मौखिक आनंद लेती है। उनकी वासनापूर्ण मुलाकात एक यादगार, जीवन-परिवर्तनकारी अनुभव में समाप्त होती है।.
एक युवा अरब नौकरानी एक ईसाई आदमी के साथ परम परमानंद का अनुभव करने के लिए उत्सुक होकर, वर्जित कृत्य करते हुए अपने समुदाय में अपनी आस्था और परंपरा का प्रतीक हिजाब रखती है। वह उत्सुकता से उसके मार्गदर्शन को स्वीकार करती है, उसके हाथ उसकी मर्दानगी की खोज करते हैं, उसके होंठ उसे बेसब्री से अंदर ले जाते हैं। यह पहली बार उसने किसी पुरुष का स्वाद चखा है, जो कामुक आनंद की दुनिया में पहला कदम है। वह उसे अपने कंधों से जकड़ लेती है, उसका हिजाब उसके कंधों पर लिपट जाता है, उसकी मासूमियत हर धक्के के साथ छीन जाती है। यह निषिद्ध प्रेम और सांस्कृतिक खोज की एक कहानी है, जो कोई कसर नहीं छोड़ती है।.